वैज्ञानिक नाम हैं: पास्पलम स्क्रोबबकु
फसल का विवरण कोदो बाजरा (पास्पलम स्क्रोबबकु लटम.) 3,000 साल पहलेसेभारत मेंइसकी खेती की जाती थी। यह सूखा प्रबतरोधी है, बहुत कठोर है, और बजरी या पथरीली बमट्टी पर उगता है, कम वर्ाा की आवश्यकता होती हैजो अन्य फसलोों के बलए उपयुक्त नही ों होगी। यह एक लोंबी अवबध की फसल हैबजसेपररपक्व होनेके बलए 100-140 बदनोों की आवश्यकता होती है, जबबक अन्य बाजरा में65-120
बदन लगतेहै। कम अवबध की बकस्मेंबवकबसत की जा रही हैं। यह एक वाबर्ाक गुच्छेदार घास हैजो 90 सेंटीमीटर तक लोंबी होती है। कोदो बाजरा के दानेएक सख्त, लगातार भूसी सेढके होतेहैं। बीज हल्के लाल सेगहरेभूरे रोंग मेंबभन्न हो सकतेहैं। इसकी खेती कनााटक, तबमलनाडु, तेलोंगाना, प्रदेश उडीसा, आोंध्र प्रदेश, मध्य और महाराष्ट्र में प्रमुख है।
रासायनिक संरचना/पोषक तत्व: Paspalum
scrobiculatum, commonly called Kodo millet or Koda millet, is an annual
grain that is grown primarily in Nepal and also in India, Philippines,
Indonesia, Vietnam, Thailand, and in West Africa
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