वैज्ञानिक नाम हैं: साल्विया हिस्पैनिका / साल्विया हिस्पैनिका एल
फसल का विवरण चिया लैमियासी परिवार का एक वार्षिक पौधा है। आजकल चिया की खेती बोलीविया, इक्वाडोर, मैक्सिको, अर्जेंटीना और ग्वाटेमाला में प्रचलित है। भारत में कर्नाटक, तमिलनाडु, उत्तर। राज्य के कुछ हिस्सों और राजस्थान में भी चिया की खेती शुरू हो गई है। इसका पौधा 70-100 सेमी की ऊंचाई तक बढ़ता है। पौधों में बैंगनी-सफेद फूल होते हैं। जब फसल यौवन अवस्था में होती है, तो खेत में हरे और बैंगनी रंग की एक अनूठी छटा दिखाई देती है। इसके बीज का आकार छोटा (0.8-1.0 मिमी मोटा), काला और सफेद होता है।
उपयोगिता : चिया सीड्स को अन्य खाद्य पदार्थों के साथ स्मूदी, ब्रेड, ग्रेनोला बार, एनर्जी बार, ब्रेकफास्ट सीरियल दही आदि में टॉपिंग के रूप में इस्तेमाल किया जा सकता है। चिया सीड्स से तैयार जेल, इसका उपयोग केक में अंडे की मात्रा को बदलने और अन्य पोषक तत्व प्रदान करने के लिए किया जा सकता है। भी। चिया तेल में अन्य तेलों जैसे सूरजमुखी तेल, सोयाबीन तेल, रेपसीड तेल, जैतून का तेल आदि की तुलना में बेहतर गुणवत्ता होती है।
रासायनिक संरचना/पोषक तत्व:
आहार फाइबर 18 - 30%,
वसा 30 - 33%,
राख 4 - 5%,
कार्बोहाइड्रेट 26 - 41%,
लिपिड 31 - 35%,
प्रोटीन 15-25%