वैज्ञानिक नाम हैं: कमिफोरा वाइटी
स्थानीय नाम: इंडियन बेडलियम,गुग्गल,क्वासिकाहा, देवधूप
फसल का विवरण गुग्गल एक से तीन मीटर उंचा, झाड़ीनुमा पौधा है जिसकी शाखाएं कंटीली होती है। इसके तने से राख रंग के बाहरी छाल से खुरदरी पपड़ियां निकलती हैं तथा फूल भूरे लाल रंग और फल मांसल लंबगोल (डूप) होते हैं जो पकने पर लाल हो जाते हैं ।
उपयोगिता : गुग्गल एक बहुउपयोगी पौधा है, जिससे निकलने वाले गोंद का इस्तेमाल एलोपैथी, यूनानी तथा आयुर्वेदिक दवाओं में किया जाता है। इसके गोंद के रासायनिक तथा क्रियाकारक तत्व, गठिया , मोटापा दूर करने, तांत्रिकीय असंतुलन, रक्त में कोलेस्ट्राल की मात्रा एवं कुछ अन्य व्याधियों के उपचार में अत्यधिक प्रभावकारी पाये गये हैं । गुग्गल के लोबान का धुआं क्षय रोग में भी हितकारी पाया गया है।
रासायनिक संरचना/पोषक तत्व:
विश्लेषणों से पता चला है कि इनमें स्टेरॉयड वर्ग के दो महत्वपूर्ण यौगिक, जेड-गुग्गलस्टेरोन तथा ई-गुग्गलस्टेरोन पाये जाते हैं, जिसमें एंटी-इंफ्लेमेटरी हाइपोग्लाइकेमिक गुण होते हैं।